श्री गजानन विजय ग्रंथ अध्याय ११ | Gajanan Vijay Granth Adhyay 11
श्री गजानन विजय ग्रंथ अध्याय ११ ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ हे ओंकाररुपा पशुपती । हे भवानीवरा दक्षिणामूर्ति । ब्रह्मांडांत जितुक्या …
श्री गजानन विजय ग्रंथ अध्याय ११ ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ हे ओंकाररुपा पशुपती । हे भवानीवरा दक्षिणामूर्ति । ब्रह्मांडांत जितुक्या …